यूपी विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव: यूपी विधानसभा का उपाध्यक्ष भाजपा प्रत्याशी नितिन अग्रवाल को चुन लिया गया है। सपा की तरफ से उम्मीदवार नरेंद्र सिंह वर्मा को उन्होंने हरा दिया है। यूपी विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव में सपा की रणनीति सार्थक रही। वह हार कर भी फायदे में है। पार्टी अब विधान परिषद सभापति का चुनाव कराने की मांग कर रही है। इसके जरिए भाजपा को घेरने की तैयारी है।
भाजपा प्रत्याशी से पहले सपा प्रत्याशी ने नामांकन किया।सपा ने संख्या बल कम होने के बाद भी विधानसभा उपाध्यक्ष पद के चुनाव में प्रत्याशी मैदान में उतारा। सदन में अधिकारिक तौर पर भले नितिन अग्रवाल को सपा में गिना जा रहा है, लेकिन सब जानते है कि वह भाजपा के साथ हैं और उसी के उम्मीदवार के तौर पर उपाध्यक्ष पद जीते हैं।
परिषद में सपा के 48 सदस्य हैं। ऐसे में सपा संख्या बल के हिसाब से सदन में 49 विधायकों में अपना 48 ही मान रही थी। लेकिन उसे 48 के बजाय 60 मत मिले। उसे सदन में संख्या बल अधिक दिखाने का प्रमाण मिला।
परिषद में दलीय स्थिति
सपा 48
भाजपा 33
बसपा 6
कांग्रेस 1
अपना दल 1
शिक्षक दल 2
निर्दलीय समूह 2
निर्दल 2
रिक्त 5
कुल -100
