यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा : ब्लॉक प्रमुख चुनाव से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चारों तरफ हिंसा फैली हुई थी l ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा के बाद विपक्ष की घेराबंदी तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने अब अपनी कार्रवाई का डंडा चलाया है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 900 से अधिक बवालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर करीब 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
लखीमपुर खीरी में सपा प्रत्याशी की प्रस्तावक से बदसुलूकी के मामले में भाजपा सांसद रेखा वर्मा के प्रतिनिधि को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, इटावा के बढ़पुरा में एएसपी सिटी प्रशांत को थप्पड़ मारने वाले की पहचान कर ली गई है। उसकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। सीओ समेत छह पुलिस कर्मियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका था, लेकिन भाजपा सांसद रेखा वर्मा पर आरोपियों को शह देने के आरोप लग रहे थे। रविवार को इन्हीं आरोपों में उनके प्रतिनिधि सुमित तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
इटावा में भाजपा नेता विमल भारद्वाज को एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद को थप्पड़ मारने के मामले मे पहचान किया गया है, जो कि पूर्व ब्लाक प्रमुख है। उसकी तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं। हालांकि, देर रात तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। वहीं, प्रतापगढ़ में भी वोटों की गिनती में फर्जीवाड़ा का आरोप लगाकर सपाइयों ने उपद्रव किया था।पुलिस पर पथराव हुआ था जिसमें कई चोटिल हुए थे। पट्टी से सपा के पूर्व एमएलए राम सिंह पटेल समेत 161 को नामजद करते हुए कुल 411 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सपा प्रत्याशी के बेटे को गोली लगने के मामले में 40 गिरफ्तार
हाथरस के सिंकदराराऊ में भाजपा और सपा प्रत्याशी को बराबर वोट मिलने के बाद जमकर हवाल हुआ था जिसमें सपा प्रत्याशी के बेटे बंटी को गोली लगी थी। इस बवाल में पूर्व विधायक अमर सिंह यादव समेत 200 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 40 को गिरफ्तार किया गया है। सोनभद्र के नगवां ब्लॉक में 250 से अधिक लोगों के खिलाफ बलवे का मुकदमा दर्ज कर 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।