ड्रैगन का दुस्साहस : चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि चीन भारत की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है कई बार दी गई चेतावनी के बावजूद चीन पड़ोसी देशों को धमकाने और वहां कब्जा करने की रणनीति से बाज नहीं आ रहा है।
उसने एक बार फिर ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में नौ सैन्य विमानों को भेजा है। इस माह चीनी विमानों की यह पांचवीं घुसपैठ है। हालांकि ताइवान ने भी इसका जवाब दिया, जिसके बाद चीनी विमान वहां से भाग खड़े हुए।
ताइवान के अनुसार, दो पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स के शेनयांग जे-11 लड़ाकू विमान, एक शानक्सी वाई-8 पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान, और एक शानक्सी वाई-8 टोही हवाई जहाज ने एडीआईजेड के दक्षिण-पश्चिम में उड़ान भरी। घुसपैठ के जवाब में, ताइवान ने विमान भेजे और पीएलएएएफ विमानों को ट्रैक करने के लिए वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली तैनात करते हुए रेडियो चेतावनी जारी की।
ताइवान में चीन की बढ़ती सैन्य घुसपैठ के बीच अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना एम. रायमोंडो ने ताइपे के लिए वाशिंगटन के समर्थन को दोहराया है। उन्होंने कहा, अमेरिका सामान्य हितों के वाणिज्यिक मुद्दों पर ताइवान के साथ चीनी तनाव के बावजूद काम करने को उत्सुक है। इस संबंध में रायमोंडो और ताइवान के आर्थिक मामलों के मंत्री वांग मेई-हुआ के बीच फोन पर बातचीत हुई। इस माह अभी तक चीन के 13 सैन्य विमानों ने ताइवान में घुसपैठ की है।
