आरएमआरसी: आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) का अत्याधुनिक लैब किसी वरदान से कम नही है l पूर्वांचल में इसकी मांग लम्बे समय से की जा रही थी, जो सीएम योगी और पीएम मोदी ने पूरा किया l इस लैब से अब हजारों बच्चों की जान बचाई जा सकती है l साथ ही किसी भी महामारी के वक्त ये लैब बहुत काम आएगी l गरीब और पिछड़े इलाकों के लिए ये लैब किसी वरदान से कम नहीं l इस लैब के चालू हो जाने से यहां पर न सिर्फ रोग के कारण को जानने में मदद मिलेगी बल्कि उसके उपचार के साथ साथ वैक्सीन बनाने में भी काम हो सकेगा l
आरएमआरसी में आने वाली आधुनिक मशीनों के लिए इंडियन मेडिकल काउंसिल मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने ऑर्डर कर दिया है। उम्मीद है कि जर्मनी, स्विट्जरलैंड और अमेरिका से आने वाली ये मशीनें फरवरी माह में आरएमआरसी को मिल जाएंगी। इसके बाद से जिले में ही जीनोम सीक्वेंसिंग हो सकेगी।
आरएमआरसी के निदेशक डॉ. रजनीकांत ने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग (एनजीएस) मशीन जर्मनी से आनी है। इसी से वायरस के नए वैरिएंट का पता लगाया जाता है। इसके अलावा साइटोकाइन मशीन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाती है। फ्लो क्यटोमैट्री मशीन कोशिकाओं की जांच कर बीमारियों का पता लगाती है।
