India

बच्चों की तस्करी: काले शीशे लगी लग्जरी बसों का इस्तेमाल बच्चों की तस्करी में, बिहार में पिछले साल से लेकर अब तक 75 बच्चों को बसों से किया रिहा

नया जरिया: कोरोना महामारी के बीच मानव तस्करी का तरीका भी बदल गया है। रास्ते से चमचमाती हुई लग्जरी बस गुजरते दिखे जिसमें काले शीशे, पर्दे लगे हों तो एक बार संदेह जरूर कर सकते हैं, क्योंकि ये बसें बच्चों की तस्करी का नया जरिया बन गई हैं।

बच्चों की तस्करी रोकने और उन्हें आजाद कराने के काम में लगी एनजीओ सेंटर डायरेक्ट के निदेशक सुरेश कुमार बताते हैं कि कोरोना के दौर में जब ट्रेनें रद्द रहीं तो तस्करों ने तस्करी के लिए लग्जरी बसों का सहारा ले लिया है। इस कारण एनजीओ और सरकार को भी बच्चों को आजाद करने के मिशन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

सुरेश कुमार का कहना है कि प्राइवेट लग्जरी बसों का कोई समय नहीं है। दिन में ये बसें खड़ी रहती हैं। रात को इनमें बच्चों को भरा जाता है और बिना किसी डर भय के एक स्थान से दूसरे स्थान भेजा जा रहा है। कभी-कभी हम देखते भी हैं कि बस बच्चों से भरी है लेकिन तेज रफ्तार बस को रोकना नामुनकिन होता है। पहले ट्रेनों का समय पता था, स्टॉपेज पता था, हम बच्चों को देख के भी पता लगा लेते थे, लेकिन अब काले व पर्दे वाली बसों के जरिये हो रही बच्चों की तस्करी को रोकना मुश्किल हो गया है क्योंकि अब अंदाजा लगाना मुश्किल है।

सुरेश बताते हैं कि बिहार में पिछले साल से लेकर अब तक 75 बच्चों को बसों से रिहा कराया गया है। सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि अभिभावक ही बच्चे को छोड़ने जाते हैं, ऐसे में कुछ कार्रवाई करना भी मुश्किल होता है, लेकिन अब मामले बढ़ रहे हैं। हर दिन किसी न किसी तरह बच्चों की तस्करी हो रही है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top