भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। गुरुवार को भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रांज मेडल अपने नाम किया। बता दें कि ओलंपिक के इतिहास में यह भारत का तीसरा हॉकी कांस्य पदक है। हालांकि जर्मनी के लिए यह अनुभव दिल तोड़ने वाला था क्योंकि वे 2016 के रियो खेलों की कांस्य पदक जीतने वाली उपलब्धि को दोहरा नहीं सके। इस मैच में जर्मनी ने शुरू से ही भारतीय टीम पर दबाव बनाने की कोशिश की जिसमें उन्हें कुछ हद तक सफलता भी मिली पर फिर खेल पलट गया।
भारत ने इसके बाद पांचवें में पेनल्टी कार्नर हासिल किया जो बेकार गया। इसके बाद मनप्रीत की टीम दूसरे क्वार्टर में तेजी से आगे बढ़ी और भारत ने गोल दाग दिया। दो मिनट बाद, भारत ने अपना तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और इस बार, हरमनप्रीत ने गोल कर मैच में नाटकीय बदलाव किया और अंत तक पहुंचते ही भारत ने मैच 5-4 से जीत लिया।