यूपी: थाना जगदीशपुरा के मालखाना में 17 अक्तूबर की रात चोरी हो गई थी। चोर दरवाजे और बक्से का ताला तोड़कर 25 लाख रुपये ले गया था। इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक सहित छह को निलंबित किया गया था। पुलिस चोर की तलाश में लगी थी। पुलिस की विवेचना में आगरा में सफाई कर्मचारी अरुण नरवार का नाम सामने आया। वह लोहामंडी स्थित पुल छिंगामोदी, वाल्मीकि बस्ती के रहने वाला था। घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने मंगलवार दोपहर आरोपी को हिरासत में ले लिया। उसे थाने लाकर पूछताछ की जा रही थी। परिजनों ने बताया है कि पुलिस हिरासत में अरुण पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। जिससे कुछ उनकी मौत हो गयी l
अरुण नरवार की मौत के बाद प्रदेश में सियासत का पारा चढ़ गया था। प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार दोपहर में लखनऊ से आगरा आ रही थीं। लेकिन एक्सप्रेसवे पर उन्हें रोक लिया गया था। शाम को अरुण के अंतिम संस्कार के बाद चार लोगों के साथ आने की इजाजत दी गई। एक्सप्रेसवे से आगरा में वे 11:00 बजे लोहामंडी स्थित घर पर पत्नी और परिजनों से मिलीं। बंद कमरे में उन्होंने मुलाकात की और पीड़ित परिवार को सांत्वना के साथ भरोसा दिलाया कि पार्टी उनके साथ है। साथ ही तीस लाख रुपये की आर्थिक सहायता और कानूनी मदद दिलाने का भरोसा दिया।
परिजनों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कार पर खड़े होकर मीडिया से कहा कि उन्हें परिजनों ने बताया है कि पुलिस हिरासत में अरुण पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने घर की तलाशी के नाम पर भाई की बेटी की शादी के लिए रखी रकम भी ले ली। प्रियंका ने कहा कि मुझे यकीन नहीं आ रहा कि आजाद भारत में ऐसा हो सकता है। परिजनों ने बताया कि शादी के लिए रखी रकम पुलिस उठाकर ले गई। पूरे परिवार को थाने में अवैध हिरासत में रखा गया, मारपीट की गई।
उधर एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि अरुण ने चोरी करना कबूल किया था। रुपये घर में रखे होने के बारे में बताया। इस पर तड़के चार बजे पुलिस उसे घर लेकर गई। 15 लाख रुपये बरामद किए। बरामदगी के दौरान अरुण की तबीयत बिगड़ गई। इस पर पुलिस और परिजन अस्पताल ले गए, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
