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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच अब उद्धव का साथ छोड़ने की तैयारी में 12 और सांसद….

महाराष्ट्र की सियासत : महाराष्ट्र में सियासी संकट गहराया हुआ है, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को एक बार फिर झटका लग सकता हैं, खबरों के मुताबिक शिंदे गुट के विधायक और पूर्व मंत्री गुलाबराव पाटिल ने यह दावा किया है कि शिवसेना के 40 विधायकों के बाद अब पार्टी के 12 सांसद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट में शामिल होने की तैयारी में हैं।

शिवसेना में जहां उद्धव ठाकरे का आदेश ही सर्वोपरि माना जाता है, वहां राहुल शेवाले ने उन्हें पत्र लिखकर अपना रुख जाहिर कर दिया है। इससे भी शिवसेना सांसदों के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा को बल मिला है। गुलाब राव पाटिल ने दावा किया, फिलहाल 55 में से 40 विधायकों के अलावा 22 पूर्व विधायक भी हमारे साथ हैं। पाटिल ने कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और शिंदे गुट शिवसेना के सम्मान को फिर से बहाल करेगा।

शिवसेना में जहां उद्धव ठाकरे का आदेश ही सर्वोपरि माना जाता है, वहां राहुल शेवाले ने उन्हें पत्र लिखकर अपना रुख जाहिर कर दिया है। इससे भी शिवसेना सांसदों के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा को बल मिला है। गुलाब राव पाटिल ने दावा किया, फिलहाल 55 में से 40 विधायकों के अलावा 22 पूर्व विधायक भी हमारे साथ हैं। पाटिल ने कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है और शिंदे गुट शिवसेना के सम्मान को फिर से बहाल करेगा।

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार में नए मंत्रिमंडल का विस्तार उद्धव ठाकरे गुट की याचिका की वजह से अधर में लटक गया है। उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली याचिका दायर की है, जिस पर सुनवाई के बाद ही मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावना है।

शिंदे गुट में आने वाले शिवसेना सांसदों में सबसे पहला नाम उनके पुत्र कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे का है। इसके अलावा रामटेक से सांसद रामकृपाल तुमाने, हिंगोली से हेमंत पाटिल, शिर्डी से सदाशिव लोखंडे, यवतमाल से भावना गवली, दक्षिण-मध्य मुंबई से राहुल शेवाले, बुलढाणा से प्रतापराव जाधव, पालघर से राजेंद्र गावित, नासिक से हेमंत गोडसे, मावल से श्रीरंग बारणे और ठाणे से राजन विचारे के नाम की चर्चा है।

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उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

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