किसान आंदोलन: किसान आंदोलन को करीब नौ माह पूरे होने वाले हैं। सरकारी हठधर्मी बनी है। इन दिनों के आंदोलन के बावजूद किसान डटे हैं। अब लगातार किसानों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजाद देश में यह बड़े दुख की बात है कि आज भी किसानों को आर्थिक आजादी नहीं मिल सकी। किसान अपनी फसल का दाम तय नहीं कर सकता।
तीनों कृषि कानूनों के विरोध और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर करीब नौ माह से आंदोलन कर धरने पर बैठे भाकियू और किसान संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस पर किसान-मजदूर संग्राम दिवस मनाने का निर्णय लिया है। इस दिन किसान अपने जिले में गांव और तहसीलों में अपने वाहनों से तिरंगा यात्रा निकाल कर सरकार को अपनी शक्ति का एहसास कराएंगे। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने किसानों से स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करते हुए शांतिपूर्वक प्रभात फेरी निकालने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय पर्व है। किसान राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर किसान मजदूर संग्राम दिवस के तहत अपनी यात्रा को निकालकर सरकार को अपनी शक्ति का अहसास कराएंगे। भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर भाकियू के कार्यकर्ता और पूर्व पदाधिकारी अपने गांवों और क्षेत्र में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर किसान-मजदूर संग्राम दिवस मनाएंगे, जिसमें राष्ट्रीय ध्वज फहराकर हाथ में तिरंगा लेकर यात्रा निकालेंगे।
