लखनऊ विश्र्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग ने गत 30 अक्टूबर 2021 को राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान के संयोजन से एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसके अंतर्गत डॉ अर्चना शुक्ला के समन्वयन में डॉ मानिनी श्रीवास्तव ने मनोविज्ञान विभाग के बच्चों के साथ रेड रिबन क्लब की स्थापना की।
कार्यक्रम का उद्देश्य क्षय रोग के लक्षण, उपचार तथा उससे जुड़े अन्य बिन्दुओं पर बात करना था। जिसकी शुरुआत हैप्पी थिंकिंग लैब की निदेशक प्रो मधुरिमा प्रधान ने स्वागत उद्बोधन से की तत्पश्चात कला संकाय की डीन प्रोफेसर शशि शुक्ला ने क्षय रोग के इतिहास और उससे जुड़ी अन्य जानकारियों के बारे में सभी को अवगत कराया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राम जी वर्मा रहे। उन्होंने कई छात्रों के जिज्ञासापूर्ण प्रश्नों का समाधान किया। उन्होंने डब्ल्यूएचओ द्वारा निकाले गए कई चिंतनीय आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि ” भारत का विश्व में अकेले 27 लाख क्षय रोग मरीजों का योगदान है, जिसमें से उत्तरप्रदेश से 18 लाख होते हैं”। वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक, अभय चंद्र मित्रा ने एन ई टी पी के योगदान एवं कार्यों के बारे में भी सभी को अवगत कराया। विभाग के विद्यार्थियों विदुषी, मिहिर, कामाक्षी, अनुष्का, प्रशांत और तनिष्का ने जागरुकता अभियान में युवाओं की भूमिका पर अपने विचार भी व्यक्त किए।
कार्यक्रम का समापन मनोविज्ञान विभाग की समन्वयक, डॉ अर्चना शुक्ला के धन्यवाद प्रस्ताव एवं हवा में लाल रंग के गुब्बारे छोड़कर हुआ।
मनोविज्ञान विभाग का रेड रिबन क्लब भविष्य में क्षय रोग से जुड़े इस प्रकार के और भी जागरूकता कार्यक्रम बाकी विभागों में आयोजित करवाएगा।
कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभाग से डॉ मेघा सिंह एवं डॉ उषा चौधरी उपस्थित रहे।
