गोरखपुर: गोरखपुर के तिनकोनिया रेंज के बहरामपुर गांव में जहरीला गेहूं खाने से सात मोर और दो तीतर की मौत हो गई। लेकिन मौत की पुष्टि के लिए मृत पक्षियों का विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए बरेली अनुसंधान केंद्र भेजा गया है। राष्ट्रीय पक्षी होने के वजह से पोस्टमार्टम के बाद सातों मोर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया।
डीएफओ विकास यादव ने बताया कि खोराबार थाने से सूचना मिली कि गांव में कुछ पक्षी मृत मिले हैं। टीम को मौके पर भेजा गया तो सात मोर व दो तीतर मृत मिले। चिड़ियाघर, पशु अस्पताल में तीन पशु चिकित्साधिकारियों की टीम ने पोस्टमार्टम किया तो पता चला कि जहरीला भोजन खाने से उनकी मौत हुई है।
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी की मौत लगभग एक ही अवस्था में हुई थी। उनके पेट में गेहूं के दाने मिले। आशंका है कि बुआई के दौरान पक्षियों ने कीटनाशक लगे गेहूं के बीज खा लिए होंगे, जिससे उनकी जान चली गई। लेकिन अभी दावे से कुछ कहना मुश्किल होगा। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों पर अंतिम तौर पर कुछ कहा जा सकेगा।
