शीत सत्र : संसद की लोकलेखा समिति के 100 वर्ष पूरे होने पर 4-5 दिसंबर को आयोजित दो दिवसीय समारोह का रविवार को समापन हो गया। आज (सोमवार) सुबह 10 बजे संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र की रणनीति तैयार करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के नेता बैठक करेंगे। यह बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में आयोजित होगी। इस बैठक में सत्र के दौरान पारित होने वाले महत्वपूर्ण विधेयकों और अन्य कामकाज से लेकर सदन में सरकार को घेरने के लिए आगे की रणनीति क्या होगी, इन मुद्दों पर चर्चा होगी।
लोकलेखा समिति के अध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 12 सदस्यों के निलंबन के कारण राज्यसभा में तनाव है। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि निचले सदन लोकसभा में कार्यवाही सुचारु रूप से चलेगी। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, 12 सांसद राज्यसभा से बाहर हैं, जबकि अन्य बहस में हिस्सा ले रहे हैं और चर्चा कर रहे हैं। यह मामला हम लोकसभा में नहीं उठा सकते, लेकिन राज्यसभा में यह उठेगा। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारु है। लोकलेखा समिति की महत्ता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दो दिवसीय समारोह का उद्देश्य लोकलेखा समिति को मजबूत करना और इसके महत्व पर विचार करना था।
बैठक इस नतीजे पर पहुंची कि सरकार की ओर से लोगों के कल्याण पर खर्च की जाने वाली राशि पर चर्चा करने और निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए समिति को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। इससे सरकार के भीतर ही पारदर्शिता के साथ जवाबदेही भी तय होती है। जनता के पैसे के अनावश्यक खर्च पर यह कड़ी नजर रखती है।
