कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रामकोला थाना क्षेत्र के पगार गांव के छपरा टोला में रविवार की देर शाम एक युवक ने मां के रुपये न देने पर पहले तो अपनी झोपड़ी में आग लगाई, फिर बड़े भाई की झोपड़ी में भी आग लगा दी।
पगार गांव के छपरा टोला निवासी राजू बाहर कमाने जाने के लिए मां से रुपये मांग रहा था। लेकिन रुपये न होने की बात कहते हुए मां ने मना किया तो राजू ने गुस्से में पहले अपनी और फिर भाई की झोपड़ी जला दी। ग्रामीणों के मुताबिक राजू अक्सर घर में झगड़ा करता रहता था। दोनों झोपड़ियों के राख हो जाने से परिवार के पास ठंड में न तो सिर छुपाने की जगह बची और न पहनने-ओढ़ने को कपड़े व बिस्तर। सीओ खड्डा और तहसीलदार कप्तानगंज ने घटनास्थल का जायजा लिया।
राजू पहले मुंबई में खाना बनाने का काम करता था। लेकिन करीब आठ महीने पहले वह घर लौट आया। यहां वह कोई काम नहीं करता था। पिछले कुछ दिनों से वह मां पर बाहर जाने के लिए रुपये देने का दबाव बना रहा था। राजू सिंह (22) तीन भाई हैं। राजू ने पहले अपनी झोपड़ी में आग लगाई और उसके बाद बड़े भाई जितेंद्र सिंह की झोपड़ी में भी आग लगा दी।
उस समय जितेंद्र की पत्नी रंजना (36) घर में ही काम कर रही थी। अचानक आग की लपटें उठते देख वह बच्चों को उठाकर किसी तरह झोपड़ी से बाहर निकाली और खुद सामान निकालने के लिए अंदर चली गई। तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। हर तरफ से घिर जाने के कारण आग में झुलस जाने से रंजना की मौत हो गई। वह गर्भवती थी। जितेंद्र इन दिनों घर आए थे, लेकिन घटना के समय घर पर मौजूद नहीं थे। पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने बताया कि आरोपी राजू को हिरासत में ले लिया गया है। तहरीर मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।