श्रीलंका: श्रीलंका में आर्थिक संकट इतना बढ़ गया है कि इसने कई लोगों के मुंह से निवाला तक छीन लिया है l ऐसे में भारत ने पड़ोसी धर्म निभाते हुए परेशानियों के इस दौर में श्रीलंका की मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाया है, जिससे वहां के लोगों को अपनी भूख मिटाने में आसानी होगी l श्रीलंका अपनी आजादी के बाद सबसे खराब हालातों से जूझ रहा है। यहां आर्थिक हालात बद से बदतर हो गए हैं। आवश्यक वस्तुओं का अकाल पड़ गया है।
श्रीलंका महंगाई चरम पर है और देश अब तक के सबसे बड़े राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। इस सबके बीच श्रीलंका के लिए राहत भरी खबर है। देश को जल्द ही भारत और जापान की ओर से बड़ी मदद मिलने जा रही है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने बताया कि संकटग्रस्त श्रीलंका के लोगों के लिए तत्काल राहत सामग्री जैसे चावल, दवाइयां और दूध पाउडर से लदा एक भारतीय जहाज रविवार को कोलंबो पहुंचने वाला है।
गौरतलब है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बुधवार को चेन्नई से राहत सामग्री से लदे इस जहाज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। भारत की ओर से श्रीलंका को भेजे जाने वाली पहली खेप में 9,000 मीट्रिक टन चावल, 200 मीट्रिक टन दूध पाउडर और 24 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाएं शामिल हैं। इनकी कुल कीमत 45 करोड़ रुपये है। भारतीय मिशन ने ट्वीट किया, भारत के लोग श्रीलंका के साथ खड़े हैं।
उधर, जापान ने भी आवश्यक खाद्य सामग्री और स्कूल भोजन कार्यक्रम के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम के माध्यम से 1.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद की घोषणा की है। इसके तहत जापान सरकार श्रीलंका में लगभग 15,000 शहरी और ग्रामीण लोगों और 380,000 स्कूली बच्चों के लिए तीन महीने की आवश्यक खाद्य आपूर्ति प्रदान करेगी।
