डिजिटल अटेंडेंस: उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों और शिक्षा विभाग के बीच टकराव अभी भी बरकरार है। इसके विरोध में प्रदेशभर में शिक्षक सड़कों पर उतरे हैं। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर चल रहे विरोध के बीच बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी आज से फील्ड में जाएंगे।विभागीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिया गया है कि सभी अधिकारी सुबह स्कूलों में जाएं और शिक्षकों से वार्ता कर उनकी डिजिटल अटेंडेंस लगवाएं।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी एडी बेसिक, बीएसए, जिला समन्व्यक आदि विभागीय अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अगले एक सप्ताह सुबह 7.30 से 10.30 बजे तक विद्यालयों का नियमित भ्रमण करें। डिजिटल पंजिकाओं में शिक्षकों का सहयोग करें। शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों से वार्ता कर उनको डिजिटल पंजिकाओं के लाभ के बारे में बताएं।
यह भी बताएं कि बच्चों में कक्षावार, विषयवार अपेक्षित दक्षाएं प्राप्त करना व ग्रेड में सुधार ही लक्ष्य है। बीएसए, बीईओ, जिला समन्वयक प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक करें। बैठक में उन्हें डिजिटल पंजिकाओं के प्रस्तुतिकरण दें, प्रशिक्षण वीडियो साझा करें। शिक्षकों की तकनीकी समस्याओं का समाधान करें। विद्या समीक्षा केंद्र की मदद से तुरंत निराकरण कराएं। बीएसए-बीईओ नियमित प्रगति की समीक्षा कर डिजिटलीकरण में प्रगति लाएं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 8 जुलाई से छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश जारी हुआ था। लेकिन इसके विरोध में शिक्षकों के तमाम संगठन खड़े हैं। लेकिन अभी तक यह फैसला वापस नहीं लिया गया है। इस नए आदेश के लागू होने के पहले ही दिन यानी आठ जुलाई को सिर्फ दो फीसदी शिक्षकों ने ही डिजिटल अटेंडेंस लगाई थी। हालांकि बृहस्पतिवार को भी शिक्षकों का प्रदेश भर में विरोध जारी रहा और धरना-प्रदर्शन कर उन्होंने विरोध दर्ज कराया।