महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्य की समस्याओं को लेकर पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं। नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपना कार्यभार संभाल लिया है, इस बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र की गद्दी संभालने व उद्धव ठाकरे को सत्ता से बेदखल करने के बाद अब शिवसेना पर कब्जे की ओर कदम बढ़ा दिया है।
उन्होंने सोमवार को उद्धव को एक और बड़ा झटका देते हुए उनकी कमेटी को बर्खास्त कर नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। नई कार्यकारिणी में एकनाथ शिंदे शिवसेना के मुख्य नेता बन गए हैं। सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के बाद दक्षिण मुंबई के पांच सितारा होटल में शिवसेना शिंदे गुट के विधायकों की बैठक हुई जिसमें एकनाथ शिंदे को पार्टी का मुख्य नेता चुना गया।
वहीं, शिवसेना के उद्धव गुट से निकाले गए रामदास कदम और आनंदराव अडसूल, को नई कार्यकारिणी में पार्टी का नेता नियुक्त किया गया है। इसके अलावा यशवंत जाधव, गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, शरद पोंक्षे, तानाजी सावंत, विनय नाहटा, शिवाजीराव पाटिल को उपनेता चुना गया है जबकि दीपक केसरकर को प्रवक्ता बनाया गया है।
शिंदे गुट ने? फिलहाल शिवसेना अध्यक्ष पद पर उद्धव ठाकरे को कायम रखा है। शिवसेना शिंदे गुट के प्रवक्ता केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे के प्रति अभी भी उनकी आस्था है। लेकिन उन्होंने यह भी दावा किया कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। उधर, उद्धव ठाकरे ने भी पार्टी को बचाने के लिए थोक में पदाधिकारियों की नियुक्तियां शुरू की है।
सोमवार को होटल ट्राईडेंट में हुई शिंदे गुट के विधायकों की बैठक में शिवसेना के 14 सांसदों ने भी ऑनलाइन हिस्सा लिया। शिवसेना के कुल 18 सांसद हैं जिसमे से 14 के शिंदे गुट में शामिल होने की चर्चा है।
