यूपी: कोरोना के मामले भले ही कम मिल रहे हो, लेकिन कोविड नियमों का पालन करना अभी बहुत जरूरत है l कुछ दिनों पहले कोरोना के कई वैरिएंट सामने आ रहे थे और उसी मे से था एक डेल्टा प्लस वैरिएंट जो की काफी खतरनाक है, लेकिन यूपी अभी तक कोविड 19 वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट से सुरक्षित है। कोविड समीक्षा बैठक में शुक्रवार को यह जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अधिकारियों ने दी। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों में से रैंडम पद्धति से चुने गए नमूनों की लगातार जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है।
केजीएमयू और बीएचयू में 211 नमूनों की जांच में डेल्टा प्लस वैरिएंट नहीं मिला है। हालांकि जुलाई के पहले सप्ताह में डेल्टा प्लस वैरिएंट के दो मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें से एक की मौत हो गई और दूसरा इलाज के बाद स्वस्थ हो गया था। बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी ऑक्सीजन प्लांटों की स्थापना की कार्रवाई 15 अगस्त तक संपन्न करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ऑक्सीजन प्लांट पर न्यूनतम दो टेक्नीशियन की तैनाती की जाए।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि प्रदेश में अभी तक 548 ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना को स्वीकृत किया गया है। जिसमे 214 ऑक्सीजन प्लांट चालू हो चुके हैं। अब तक 280 टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की रोकथाम रोकने में टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। बताया गया कि अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, एटा, महोबा, हाथरस और श्रावस्ती जिले कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।
