ड्रैगन की चालबाजी: भारतीय वायु सेना की 89वीं वर्षगांठ पर मीडिया को संबोधित करते हुए, व भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने मंगलवार को बड़ी जानकारी दी उन्होंने कहा कि चीनी वायु सेना के जवान अभी भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के तीन एयर बेसों पर मौजूद हैं। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है अगर वे किसी भी तरह की अवैध गतिविधि करते हैं तो हमारे जवान इसका सामना करने कि लिए पूरी तरह तैयार हैं।
वहीं लद्दाख के पास चीनी वायु सेना की क्षमताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे जवानों द्वारा कई ऊंचाई वाले मिशन शुरू करने के बाद चीन की क्षमता कमजोर होगी। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान और PoK के क्षेत्रों में हवाई पट्टी बनने के संबंध में हमें चिंतित नहीं होना चाहिए क्योंकि वे छोटे स्ट्रिप्स हैं जो कुछ हेलीकॉप्टरों को संभालने में सक्षम हैं। पाकिस्तान ने अफगान सीमा की ओर जो हवाई पट्टी बनाई है, वह हो सकता है अपने लोगों को बचाने के लिए हो।
उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना यह नई युद्ध प्रणालियों पर जोर दे रही है ताकि वे अपने विरोधियों का मजबूती से सामना कर सके। चौधरी ने यह भी कहा कि राफेल, अपाचे के शामिल होने से हमारी युद्ध क्षमता में काफी इजाफा हुआ है। एकीकरण के साथ हमारी आक्रामण क्षमता और भी अधिक शक्तिशाली हो गई है। हमारे बेड़े में नए हथियारों को भी शामिल किया गया है।