अफगानिस्तान में नई सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं. सरकार गठन को लेकर लगातार बैठकें जारी हैं. 11 सितंबर को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले की 20वीं बरसी पर तालिबान बड़ा ऐलान कर सकता है. इसी दिन सरकार बनाने की घोषणा की जा सकती है. ताबिलान को तब तक मंत्रियों के नामों पर चर्चा के लिए समय भी मिल जाएगा वहीं अमेरिका को इससे एक खास संदेश देने की भी कोशिश की जाएगी.
वहीं दूसरी ओर तालिबान की नई सरकार के गठन को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पूरी तरह एक्टिव हो गई है. वह अफगानिस्तान में अपने खास को सरकार का मुखिया बनाना चाहती है. मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की मदद से ही एक ऐसे तालिबानी नेता मुल्लाह हसन अखुंद को राष्ट्रपति पद पर बैठाया जाएगा ताकि संगठन के दोनों धड़ों में हो रही उठापटक पर विराम लगाया जा सके सूत्रों के मुताबिक आईएसआई चीफ फैज हामिद ने बीते शनिवार को काबुल की यात्रा कर तालिबान लीडरशिप से मुलाकात की थी. पाक की इच्छा है कि अफगान आर्मी का फिर से गठन किया जाए.