लखीमपुर बवाल: लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के बाद सभी जगह आक्रोश का माहौल बना हुआ है, किसानों ने लखीमपुर खीरी के तिकुनिया की हिंसक घटना में मारे गए किसानों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बदलाव किए जाने का आरोप लगाते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है। इसके बाद एक बार फिर तनाव का माहौल पैदा हो गया है।
जिले के चौखड़ा फार्म निवासी किसान लवप्रीत सिंह का शव पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद शाम को उसके घर पहुंच गया था। मंगलवार को सुबह 10 बजे उसका अंतिम संस्कार होना था। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पता चला तो किसानों में गुस्सा भड़क उठा। इस तरह खीरी और बहराइच जिले में सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है।
किसानों का आरोप है कि नानपारा बहराइच के किसान गुरविंदर सिंह की मौत गोली लगने से हुई थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने का जिक्र भी नहीं किया गया है। किसानों का आरोप है कि राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को बचाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लीपापोती की गई है। अब किसानों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया, कहा कि जब तक सही पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
शव का अंतिम संस्कार रोके जाने की सूचना मिलते ही डीएम डॉ अरविंद कुमार चौरसिया, आईपीएस अधिकारी, अजय शर्मा, कई सीओ, कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गए। उधर किसान नेता सीएम सिंह, पंजाब के किसान नेता रूला सिंह मानसा, कांग्रेस नेता सैफ अली नकवी, पूर्व एमएलसी आरएस कुशवाहा, राम नरेश यादव, अनिता यादव और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अजित सिंह मौके पर पहुंच चुके हैं।