कहते हैं संघर्ष ही सफलता दिलाती है. मेरठ की बेटी ने संघर्ष के रास्ते कामयाबी की दास्तां लिखी है. ये कहानी है एक मज़दूर की बेटी की, जिसकी आंखों ने बड़े सपने देखे थे. इस बेटी ने आखिरकार अपने सपने को सच कर दिखाया है. हम बात कर रहे हैं मेरठ की बेटी भूमि की. क्रिकेट की नर्सरी के तौर पर माने जाने वाले मेरठ ने तकरीबन 12 साल बाद महिला क्रिकेट टीम को नया सितारा दिया है.
बता दें कि इस बेटी का चयन यूपी रणजी टीम के लिए हो गया है. परिवार के साथ-साथ कोच भी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. क्रिकेट की दुनिया में सुर्खियों पर रहने वाले मेरठ का नाम एक बार फिर से चमक गया. बेटों के बाद बेटी भूमि ने भी अब जिले का नाम रोशन किया है.