9 सितंबर 2021 को भारतीय केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा सन 2021 की नेशनल इंस्टिट्यूशन रैंकिंग फ्रेमवर्क का ई-विमोचन किया गया। भारत के इस प्रतिष्ठित रैंकिंग में स्थान प्राप्त करने के लिए सन 2021 में कुल 1657 विभिन्न शिक्षण संस्थानों ने आवेदन पत्र दाखिल किए थे।
अपने 100 साल के इतिहास में पहली बार लखनऊ विश्वविद्यालय ने भी इस रैंकिंग का हिस्सा बनने के लिए आवेदन पत्र भरा था, और अपनी पहली ही बार में वह एकमात्र जनरलिस्ट राज्य विश्वविद्यालय बनने में सफल रहा जो देश के सर्वोत्तम 200 विश्वविद्यालयों में गिनी जाती है। आवेदन के पहले ही वर्ष इस पड़ाव को पार कर विश्वविद्यालय आने वाले वर्षों में अपने समस्त विश्वविद्यालय परिवार के लिए कई नए शैक्षणिक व वित्तीय आयाम खोलने के लिए सक्षम होगा।
NIRF की रैंकिंग किसी भी शैक्षणिक संस्थान में छात्रों की संख्या, पढ़ाए जाने वाले विभिन्न पाठ्यक्रम, वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता, प्रायोजित शोध कार्यक्रम एवं प्रोजेक्ट्स, कंसलटेंसी प्रोजेक्ट्स, विभिन्न एग्जीक्यूटिव और फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम द्वारा की गई आय, और दिव्यांग छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर तैयार की जाती है।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के नेतृत्व में एनआईआरएफ सहित कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में आवेदन किया है और पिछले 2 वर्ष में इंडिया टुडे, आउटलुक, टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग, एजुकेशन वर्ल्ड , वेबोमेट्रिक्स, यूनी रैंक रैंकिंग, आदि में अपनी छाप छोड़ने में भी सक्षम रहा है।
