सरकार भानु प्रताप तिवारी
Crime रिपोर्टर/ UP
कारोबारी युवक मनीष गुप्ता साथियों के साथ गोरखपुर घूमने गया था
गोरखपुर। यूपी में गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से कारोबारी युवक मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की मौत हो गयी। आरोप है कि चेकिंग के बहाने पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मनीष का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पुलिसकर्मियों से यह पूछ लिया कि इतनी रात गये चेकिंग का यह कौन सा तरीका है।सूत्रों की जानकारी के मुताबिक कानपुर का रहने वाला युवक मनीष गुप्ता रियल स्टेट का काम करता था। वह हरियाणा से आये दो दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने गया था। सोमवार की रात मनीष अपने साथियों के साथ जिस होटल में रुका था। पुलिस वहां रात में 12.30 बजे चेकिंग करने पहुंच गयी।पुलिस जिस समय चेकिंग करने पहुंची। उस समय मनीष कमरे में सो रहा था। उसके दो दोस्तों ने अपनी आईडी पुलिस को दिखाई और मनीष को आईडी दिखाने के लिए जगाया।
मनीष का सिर्फ इतना कसूर
जागने के बाद मनीष ने भी अपनी आईडी दिखाई। आईडी दिखाने के बाद मनीष ने पुलिसकर्मियों से पूछ लिया कि इतनी रात में चेकिंग का यह कौन सा तरीका है। क्या हम लोग आतंकवादी लग रहे हैं। आप लोग सोते इंसान को जगाकर परेशान कर रहे हैं।बस इतनी सी बात से पुलिसवाले गुस्से में आ गये।आरोप है कि रामगढ़ताल के इंस्पेक्टर जेएन सिंह और फलमंडी चौकी के इंचार्ज अक्षय मिश्र ने मनीष की पिटाई शुरू कर दी।दोनों ने मिलकर मनीष को इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।पुलिस वाले उसे लेकर स्थानीय अस्पताल गये।जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।घटना के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।परिवार का इकलौता बेटा था मनीष ,कुछ माह पहले उसके पिता की मौत हो गयी थी।परिवार में बीमार मां, पत्नी और एक छोटा बच्चा है।
अब आपको बताते है उत्तर प्रदेश के योगी सरकार की पुलिसिया व्ययस्था की कार्यप्रणाली अभी कुछ घण्टो पहले मनीष गुप्ता के हत्या के बाद जब मनीष गुप्ता के परिजनों में गोरखपुर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की तो पुलिस कप्तान साहब का कहना ये होता है कि FIR ना करिये,कोर्ट कचहरी न करिये,जिसके परिवार का मुखिया चला गया उसे समझाया जा रहा है कि FIR न कराओ, हमको महान बनाओ,कलेक्टर विजय किरण अनान्द साहब और कप्तान विपिन टाडा साहब का जलवा बुलंद है।
अब सवाल ये उठता है जिस योगी सरकार में कानून व्यवस्था को बड़ा उच्च दर्जा मिला हुआ है वही मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ये कानून व्यवस्था है जहाँ कानपुर से गोरखपुर आये घूमने पर एक सैलानी की पुलिस के रायफल से पिट पिट कर हत्या कर दी जा रही है और मामले में पुलिस अधीक्षक गोरखपुर और कलेक्टर के द्वारा मनीष गुप्ता के परिवार से ये कहा जा रहा है कि क्यों पड़ रहे हो आप कोर्ट कचहरी के चक्कर मे …जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर में जब कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है तो मुख्यमंत्री जी किस बात का दावा करते है उनकी उत्तर प्रदेश पुलिस की बढ़िया सुरक्षा व्यवस्था है ।
