Tokyo Olympics 2020 पिछले मैचों में कुछ खास नहीं कर पाने वाली मेरठ की हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने शनिवार को ओलिंपिक में इतिहास रच दिया। ओलिंपिक इतिहास में वंदना कटारिया वह पहली महिला बन गईं हैं, जिन्होंने हॉकी में हैट्रिक गोल दागकर इतिहास रच दिया।
टोक्यो ओलंपिक में मेरठ की सीमा अंतिल के प्रदर्शन से मेरठ वासियों को निराशा हाथ लगी तो वहीं महिला हॉकी में वंदना कटारिया ने अफ्रीका के खिलाफ गोल की हैट्रिक लगाकर जबरदस्त प्रदर्शन किया है। पिछले कई मैचों में कुछ खास न कर पाने वाली वंदना ने शनिवार को ओलंपिक में इतिहास रच दिया। इसके बाद से वंदना की हर तरफ तारीफ हो रही है। उनके प्रदर्शन से उनके परिजनों समेत मेरठवासियों में खुशी की लहर है। लोग सोशल मीडिया पर भी उन्हें बधाई दे रहे हैं।
मेरठ के एथलीट आज से टोक्यो ओलंपिक में दम दिखाने को तैयार हैं। पैदल चाल खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी जापान के टोक्यो के लिए रवाना हो गईं। प्रियंका के कोच गौरव त्यागी ने बताया उनके परिवार में और खेल जगत के लोग प्रियंका सहित मेरठी एथलीटों की जीत की प्रार्थना कर रहे हैं। प्रियंका छह अगस्त को दोपहर एक बजे 20 किमी. पैदल चाल स्पर्धा में प्रतिभाग करेंगी।
वहीं भारत की कमलप्रीत कौर चक्का फेंक के क्वालीफाई राउंड में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंची। उन्होंने 64.0 मीटर स्कोर किया। ग्रुप ए में सीमा पूनिया का पहला प्रयास निरर्थक साबित हुआ। दूसरे प्रयास में उन्होंने 60.57 और तीसरे में 58.93 मीटर का थ्रो फेंका।
वहीं सीमा अंतिल ने आज सुबह छह बजे चक्का फेंक क्वालीफाई राउंड में हिस्सा लिया, लेकिन इस बार उन्हें निराशा हाथ लगी। डिस्कस थ्रो में सीमा पूनिया फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकीं। वह16वें स्थान पर रहीं। उन्होंने 60.57 मीटर स्कोर किया।