यूपी विधानसभा चुनाव: 403 विधानसभा सीट वाले उत्तर प्रदेश में सियासी उठापटक का दौर शुरू है, उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल करने वाले हैं। और वही बीजेपी ने भी उन्हें कड़ी चुनौती देने का मन बना लिया है और इस सीट से अखिलेश के खिलाफ सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई भाई की पत्नी अपर्णा यादव ही मैदान में उतर सकती हैं।
बीजेपी ने मैनपुरी की करहल सीट से अभी तक अखिलेश के खिलाफ किसी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। कांग्रेस ने ज्ञानवती यादव जबकि बीएसपी ने कुलदीप नारायण को उम्मीदवार बनाया है। मैनपुरी और आसपास के इलाकों में चर्चा इस बात की भी है कि बीजेपी, मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा को अखिलेश के खिलाफ टिकट दे सकती है।अपर्णा ने भी इस बात के संकेत दे दिए हैं कि वह करहल सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। अपर्णा ने कहा, ‘फिलहाल लखनऊ कैंट सीट पर जनता की सेवा में लगी हूं लेकिन अगर बीजेपी की तरफ से निर्देश आएगा तो मैनपुरी की करहल सीट से भी अखिलेश भैया के खिलाफ चुनाव लड़ लूंगी। मैं किस सीट से लडूंगी यह पार्टी तय करेगी।’
अपर्णा ने कहा कि सपा छोड़कर भाजपा में आने से मेरे ससुर मुलायम सिंह यादव नाराज नहीं है और उन्होंने मुझे आशीर्वाद भी दिया। वहीं चाचा शिवपाल यादव पर अपर्णा ने कहा कि उन्होंने मुझे हमेशा आगे बढ़ाने का काम किया है। लेकिन आज वह नसीहत दे रहे हैं। अगर खुद यह बातें मानते तो अपनी अलग पार्टी नहीं बनाते। अपर्णा ने कहा कि वह राष्ट्रवाद की वजह से और पीएम मोदी से प्रभावित होकर बीजेपी में आई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी जाति पात की राजनीति नहीं करती है।
