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यूपी चुनाव 2022: कुछ घटनाओं और ईवीएम में खराबी के बीच पांचवें चरण की 61 सीटों पर 57.26 फीसदी मतदान, पांचवे चरण में अब तक सबसे कम मतदान

यूपी चुनाव 2022: उत्तर प्रदेश में रविवार को पांचवें चरण का मतदान भी कुछ घटनाओं और ईवीएम में खराबी के बीच  संपन्न हो गया। इस चरण में अब तक का सबसे कम 57.26 फीसदी मतदान हुआ। 12 जिलों की 61 सीटों पर मतदान के साथ ही डेढ़ दर्जन से अधिक दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इस चरण में सबसे कम मतदान प्रयागराज की इलाहाबाद उत्तरी सीट पर 39.56 फीसदी और सबसे अधिक बाराबंकी जिले की जैदपुर सीट पर 70.35 फीसदी हुआ।

पांचवे चरण में अब तक सबसे कम मतदान हुआ। इस चरण में 54.80 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। इस चरण में डेढ़ दर्जन से अधिक दिग्गजों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। पांचवे चरण में अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा जिले की 61 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ।

इस चरण में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल नंदी, मोती सिंह, मुकुट बिहारी वर्मा के पुत्र गौरव वर्मा, रमापति शास्त्री, पूर्व मंत्रियों में अरविंद सिंह गोप, तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय, फरीद महफूज किदवई, रघुराज प्रताप सिंह, प्रमोद तिवारी की बेटी अराधना मिश्रा, कृष्णा पटेल, पल्लवी पटेल समेत डेढ़ दर्जन से अधिक दिग्गजों की किसमत का फैसला 10 मार्च को होगा।

गत दो विधानसभा चुनावों का तुलनात्मक वोटिंग प्रतिशत
जिला    2022    2017
अमेठी    55.86    56.59
अयोध्या    58.01    60.89
बहराइच    54.60    58.67
बाराबंकी    54.65    67.42
चित्रकूट    59.64    60.61
गोंडा    54.76    57.54
कौशांबी    57.01    56.95
प्रतापगढ़    52.65    55.84
प्रयागराज    53.07    54.13
रायबरेली    56.60    56.63
श्रावस्ती    57.24    63.19
सुल्तानपुर    54.99    57.48

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उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

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