कोरोना की उत्पत्ति: कोरोना का पहला मामला चीन के वुहान में सामने आया था। इसके बाद यह पूरे विश्व में महामारी के रूप में फैल गया। दुनियाभर के देश वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए लंबे समय से मांग कर रहे थेl वैश्विक दबाव बढ़ने के बाद डब्ल्यूएचओ ने जब इसको लेकर एक योजना पेश की तो चीन ने अपनी सीमाओं में लैब के ऑडिट और किसी तरह की जांच से साफ इनकार कर दिया।
चीन की ओर से कड़ा रवैया दिखाए जाने के बाद अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने और लैब ऑडिट के लिए दुनिया की मदद मांगी है। वैश्विक संस्था ने अमेरिका, ब्रिटेन समेत अन्य विकसित व विकासशील देशों से एकजुट होने की अपील की है।
चीन के इस अड़ियल और सख्त रवैये के बाद डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता तारिक जेसारविक ने शुक्रवार को कहा, यह कोई राजनीति या आरोप प्रत्यारोप का मामला नहीं है।
यह बस यह पता लगाने के लिए है कि आखिर यह वायरस मानवों के बीच आया कैसे और इतनी बड़ी तबाही के पीछे का मूल क्या है। यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि मानवजाति के इतने बड़े विनाश का कारण और उसका मूल पता लगाने के लिए हम एकजुट होकर सहयोग करें।
