जॉनसन बेबी-पाउडर: फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन का टेल्क-आधारित बेबी-पाउडर छोटे बच्चों और महिलाओं में किसी समय मे बहुत लोकप्रिय था। लेकिन इस पाउडर की वजह से महिलाओं को कैंसर होने के 34 हजार मुकदमे जॉनसन एंड जॉनसन पर चल रहे हैं। इससे कैंसर होने की बात सामने आने के बाद अब यह पूरी दुनिया में प्रतिबंधित हो सकता है। ब्रिटेन में कंपनी के शेयरधारकों ने एकजुट होकर इस पाउडर की बिक्री पर वैश्विक प्रतिबंध का प्रस्ताव बनाया है।
अमेरिका में इस पाउडर में एस्बेस्टस का एक प्रकार क्त्रिस्सोटाइल फाइबर मिला था, जिसके बाद इससे कैंसर की आशंका जताई गई यह तत्व कैंसरकारी माना जाता है। हजारों महिलाओं ने उसके पाउडर से बच्चेदानी का कैंसर होने के आरोप में मुकदमे किए। इस पर कंपनी ने सेल घटने का बहाना बना 2020 में अमेरिका व कनाडा में बेबी पाउडर बेचना बंद कर दिया। लेकिन आज भी ब्रिटेन सहित दुनिया के बाकी देशों में इसे बेच रही है।
अब ब्रिटेन में एक निवेश प्लेटफॉर्म ट्यूलिपशेयर ने कंपनी के शेयरधारकों की ओर से यह बिक्री रोकने का प्रस्ताव तैयार किया। शेयरधारक अपने शेयरों को साथ में जमा कर प्रस्ताव के लिए जरूरी शेयर संख्या जुटा रहे हैं। अमेरिका की स्टॉक मार्केट नियामक एजेंसी एसईसी को यह प्रस्ताव भेजा गया है। अप्रैल में कंपनी की सालाना बैठक है, जहां यह प्रस्ताव लाने का प्रयास हो रहा है।
इतना सब होने पर भी कंपनी ने कई रिपोर्टों का हवाला देकर कहा कि उसके बेबी पाउडर से कैंसर नहीं होता। पाउडर में उपयोग हो रहे सभी तत्व सुरक्षित हैं। शेयरधारकों के ताजा प्रस्ताव के खिलाफ उसने एसईसी को लिखा कि इसे गलत मानते हुए रद्द करें क्योंकि पाउडर से कैंसर होने के हजारों मुकदमे अदालतों में विचाराधीन हैं।