नूपुर शर्मा मामला: नूपुर शर्मा के द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर देश से नहीं बल्कि दुनिया में भी जमकर बवाल देखने को मिल रहा है। खासकर इस्लामिक देशों में उनके बयान पर हंगामा मचा हुआ है। नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर 10 जून को जुमे की नमाज के बाद देशभर में हिंसा और पत्थरबाजी हुई थी। नूपुर शर्मा को भारतीय जनता पार्टी ने 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने आज पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी से जुड़े नुपुर शर्मा मामले में कड़ा रुख अपनाया। कोर्ट ने नुपुर के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर सख्त नाराजगी प्रकट की। तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि उसके बयान से देश उबल गया है। कोर्ट ने नुपुर से टीवी पर आकर माफी मांगने को भी कहा। शीर्ष अदालत ने सवाल किया कि नुपुर को खतरा है या उनके बयान से देश खतरे में पड़ गया है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, हम उससे वाकिफ हैं। नुपुर ने जिसके खिलाफ टिप्पणी की उसे गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन नुपुर के खिलाफ अब तक कुछ नहीं हुआ है।
नुपुर के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उनकी मुवक्किल की जान का खतरा है। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि उन्हें खतरा है या वह सुरक्षा के लिए खतरा बन गई हैं? उन्होंने जिस तरह से पूरे देश में भावनाओं को भड़काया है, देश में जो हो रहा है उसके लिए वह अकेले जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि नुपुर शर्मा द्वारा माफी मांगने और बयान वापस लेने में बहुत देर हो गई। नुपुर ने सशर्त बयान वापस लेते हुए कहा कि अगर भावनाएं आहत हुई हैं तो माफी चाहती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने नुपुर के वकील को इस मामले में संबंधित हाईकोर्ट के पास जाने का सुझाव दिया। साथ ही नुपुर शर्मा को उनके अहंकार के लिए फटकार लगाई और कहा कि क्योंकि वह एक पार्टी की प्रवक्ता हैं, इसलिए सत्ता उनके सिर पर चढ़ गई है। शीर्ष अदालत ने नुपुर शर्मा से कहा कि नुपुर शर्मा को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
