दिल्ली: दिल्ली में पराली का धुआं और प्रदूषण घोंट रहा दम, निर्माण गतिविधियों पर रोक, मजदूरों को 5000 रुपये देगी केजरीवाल सरकार

दिल्ली: देश की राष्ट्रीय राजधानी में पटाखे चलाने पर लगी पाबंदी का उल्लंघन करते हुए दिल्लीवासियों ने दिवाली की रात न सिर्फ आतिशबाज़ी की, बल्कि तेज़ आवाज़ वाले पटाखे भी फोड़े। राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण को देखते हुए केजरीवाल की सरकार सतर्क हैं। केजरीवाल की सरकार दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

अरविंद केजरीवाल ने ऐलान करते हुए कहा कि प्रदूषण को देखते हुए पूरी दिल्ली में निर्माण गतिविधियों को रोक दिया गया है। केजरीवाल ने कहा कि मैंने श्रम मंत्री मनीष सिसोदिया को इस अवधि के दौरान हर निर्माण श्रमिक को वित्तीय सहायता के रूप में 5000 रुपये प्रति माह देने का निर्देश दिया है, मजूरों को यह राशि तब तक मिलेगी जब तक निर्माण गतिविधियों की अनुमति नहीं मिल जाती है।

दिल्ली-एनसीआर में पराली का धुआं और स्थानीय प्रदूषण लोगों का दम घोंट रहा है। केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, पराली जलाने से उठना वाला धुआं और स्थानीय स्तर पर होने वाला प्रदूषण दिल्ली-एनसीआर में हवा के खतरनाक होने का कारण साबित हुआ है। सतही हवा अपने साथ पराली का धुआं भी दिल्ली-एनसीआर लेकर पहुंच रही है, जिससे प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी दर्ज हो रही है।

राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 373 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। हालांकि, ये बीते दिन की तुलना में थोड़ा बेहतर है।