Politics

यूपी: सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बर्थ-डे पर लखनऊ में लगे पोस्टर्स की चर्चा जोरो पर, लिखा सत्ताईस का सत्ताधीश..

सत्ताईस का सत्ताधीश’: 23 अक्टूबर, बुधवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का आज अपना जन्मदिन मना रहें हैं। ऐसे में इस खास अवसर पर उत्साहित कार्यकर्ता अपने नेता को बधाईयां देने के लिए तमाम पोस्टर लगाएं हैं। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में अखिलेश के वास्तविक जन्मदिन पर लखनऊ में पार्टी कार्यालय के पास लगा पोस्टर काफी अलग है। दरअसल, इस पोस्टर में सपा मुखिया को जन्मदिन की बधाई संस्कृत में देते हुए लिखा गया है कि “त्वं जीव शतं वर्धमानः जीवनं तव भवतु सार्थकम् इति सर्वदा मुदं प्रार्थयामहे जन्मदिवसस्य अभिनन्दनानि” अर्थात तुम बढ़ते हुए सौ वर्ष जिओ, तुम्हारा जीवन उद्देश्यपूर्ण और खुशियों से भरा रहे, हम सभी तुम्हारे लिए ऐसी प्रार्थना करते हैं, जन्मदिन की बधाईयाँ! पोस्टर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीर और ‘सत्ताइयों का सत्ताधीश’ लिखा हुआ है।

समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया अखिलेश यादव के जन्मदिन पर लगाए गए होर्डिंग्स ने राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है। इन होर्डिंग्स में अखिलेश यादव को 2027 का सत्ताधीश के रूप में दिखाया गया है। पोस्टर में लिखा है कि 2024 में “बरसा जनता का आशीष, दीवारों पर लिखा है सत्ताईस का सत्ताधीश कौन होगा…” जिसके बाद इस पोस्ट की चर्चाएं काफी तेजी से हो रही हैं।

बताया जा रहा है कि जयराम पांडेय नाम के नेता ने यह पोस्टर लगाई हैं। यह संतकबीरनगर के मेंहदावल विधानसभा इलाके के रहने वाले हैं। इन पोस्टर्स ने राजनीतिक चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है। जयराम पांडे ने अखिलेश यादव को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि 2024 के नतीजे के बाद अब बच्चा बच्चा जान रहा है कि उत्तर प्रदेश में क्या हवा चल रही है और लोग किसको पसंद कर रहे हैं। अब लोग मौजूदा सरकार से त्रस्त आ चुके हैं और इसको बदलना चाहते हैं। साल 2027 में हमारे नेता अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनने वाले हैं और हम उनके लिए जी जान से लगे हुए हैं।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

Uncategorized

उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

To Top