उत्तर प्रदेश के महाराजगंज ज़िले में जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर AK राय ख़ुद प्राइवेट प्रैक्टिस में इतने व्यस्त है तो ये क्या सरकार की योजनाओं को संभाल लेंगे? ऐसे में सरकार की सारी योजनाएं ध्वस्त ही होंगे इनके वहाँ पोस्टेड डॉक्टर न तो इनके अनुसार चलते हैं ,ना ही सरकार की योजनाओं को महत्व देते हैं !यहाँ आए दिन मरीज़ों को प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाके इनके डॉक्टर ऑपरेशन भी किया करते हैं तो इसकी संपूर्ण जानकारी इनको है फिर भी महालक्ष्मी की कृपा से महोदय चुप ही रहते हैं! क्योंकि जब मुखिया ही गलत तो कैसे रोकेंगे सरकारी डॉक्टरों को प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए !अब रही बात है डॉक्टर AK राय की तो डॉक्टर साहब चर्मरोग विशेषज्ञ हैं और इनके क्वार्टर पर मरीज़ों का ताँता लगा रहता है डॉक्टर साहब 150 रुपये फ़ीस लेके मरीज़ घर पे देखते हैं और ये हैं जिला संयुक्त चिकित्सालय के सर्वे सर्वा फिर इनके खिलाफ़ कोई आवाज़ कैसे उठा सकता है? एरा न्यूज़ इंडिया के पास इनके काले कारनामों का सबूत है!क्या सरकार इनको इनके कर्मों की सजा देगी क्योंकि जब ये ही प्रैक्टिस भी मस्त है तो बाक़ी डॉक्टर कैसे नियंत्रण में रहेंगे? आपको बताते चलें कि अभी कुछ दिन पहले ही मंडलआयुक्त महोदय ने सीएमओ महाराजगंज और सीएमएस महाराजगंज का वेतन रोकने का आदेश दिया था, क्योंकि जिला अस्पताल अपने आप में ही बीमार है जहां किसी भी व्यक्ति को आकस्मिक चिकित्सा मिलनी हो तो उस व्यक्ति को जान जोखिम में डालकर जिला अस्पताल में इलाज कराना होगा!