राहत: डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दुनिया भर में होने वाली लगभग 70% मौतों के लिए दिल की समस्यां, स्ट्रोक, कैंसर, मधुमेह और फेफड़े की बीमारियां सामूहिक रूप से जिम्मेदार हैं। इस बीच मधुमेह और दिल जैसी गंभीर बीमारियों के मरीजों के लिए राहत की खबर है। अब शुगर, हृदय रोग, बुखार, जोड़ों के दर्द निवारक तेल व संक्रमण की दवाएं सस्ती हो गई हैं।

केंद्र सरकार ने 39 फॉर्मुलेशन के दाम तय किए हैं। राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने अधिसूचना में कहा है कि दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए 39 फॉर्मूला के दाम तय किए गए हैं। दवाओं में मधुमेह, दर्द निवारक, बुखार, हृदय व जोड़ों के दर्द की दवाएं शामिल हैं।

सस्ती होने वाली दवाइयों में एक्टिहील-डी, एडहील प्लस, अल्ट्रिब डी, बायोरिल-डीआरबी, बीटीआर डी, चाइमप्रा डी, काइमोथल प्लस, कोएविटेंज डी, डेब्रिलीज प्लस, डेनजाइम और एडिनेस डी शामिल हैं।

अधिसूचना में कहा गया है कि रसायन और उर्वरक मंत्रालय की तरफ से दी गई शक्तियों का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने इन दवाओं का खुदरा मूल्य तय किया है। सेवा और माल कर इसके अतिरिक्त होगा।


आपको बता दें कि खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से डायबिटीज की समस्या आम हो चुकी है। दुनियाभर में डायबिटीज के कुल मामलों में से 90% मामले डायबिटीज के हैं। डायबिटीज के मरीजों को हमेशा दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। हार्ट से संबंधित डिसऑर्डर और डायबिटीज की बीमारियों की शुरुआत हमेशा खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से होती है। डायबिटीज से ग्रसित मरीजों में ब्लड शुगर लेवल असंतुलित होने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और इससे हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।

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