आज से भगवान भोलेनाथ को समर्पित श्रावण मास की शुरुआत हो गई। सावन और सोमवार के पुण्य योग से अभिभूत भोले की नगरी काशी में तड़के ही भोले के भक्तों से बम-बम हो उठी। दिन चढ़ने के साथ भोले के भक्तों की आस्था चटख होती गई। सावन के पहले सोमवार पर वाराणसी सहित प्रदेश के सभी प्रमुख मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्त बड़ी संख्या में सुबह चार बजे से ही मंदिरों में दर्शन के लिए लाइन में लग गए।
वाराणसी के प्रसिद्घ मंदिरों में सुबह की आरती के लिए एक दिन पहले ही तैयारियां कर ली गई थीं। इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ेंगे। शहर के महाकाल मंदिर में बाबा भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार किया गया। मंदिरों में हर हर महादेव के गूंज होती रही। श्रद्घालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कतारों में लगे हुए हैं।
महाकाल मंदिर में रात 12:00 बजे सावन मास के प्रथम सोमवार पर बाबा का रुद्राभिषेक हुआ। इसके बाद श्रृंगार किया गया और फिर प्रात: 4 बजे बाबा की भस्म आरती की गई। सावन के पहले सोमवार के दिन मंदिरों में भोलेनाथ की विशेष पूजा की जा रही है। भक्तों की खासा भीड़ उमड़ी रही है।
इस बार के सावन मास की खास बात है कि इसकी शुरुआत सोमवार को हुई और समापन भी सोमवार को हो रहा है। इस साल शिव भक्तों को सावन के पांच सोमवार व नौ विशेष योग का पुण्य मिलेगा।