पेरिस ओलंपिक: पेरिस ओलंपिक में मिली निराशा के बाद भारत की दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को सबको चौंकाते हुए संन्यास का एलान कर दिया। बुधवार को उन्हें महिलाओं की 55 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से बाहर कर दिया गया था। उन्हें कैटेगरी से 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल से डिसक्वालिफाई कर दिया गया था। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान लोपेज गुजमान को 5-0 से हराया था। माना जा रहा था कि विनेश का पदक पक्का हो गया है, लेकिन उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया।
उन्होंने समर्थन करने के लिए सबका आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे सबकी ऋणी रहेंगी। उन्होंने भावुक सोशल मीडिया पोस्ट में मां को याद करते हुए लिखा कि उनकी हिम्मत टूट चुकी है। इससे पहले पहलवान विनेश ने खेल पंचाट में अपील करते हुए ओलंपिक का रजत पदक संयुक्त रूप से देने की अपील की थी। उनकी अपील पर आज फैसला आने की उम्मीद है। हालांकि, इस फैसले से पहले ही विनेश फोगाट ने संन्यास का एलान करते हुए अपने करोड़ों प्रशंसकों को चौंका दिया।
इससे पहले बुधवार देर रात आई खबर के मुताबिक पेरिस के स्थानीय समयानुसार शाम करीब 5.51 बजे उन्होंने खेल पंचाट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स (CAS) के सामने खुद को रजत पदक देने की अपील की है। दरअसल, उन्होंने मंगलवार को लगातार तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, बुधवार को उनके वजन को मापा गया तो वह 100 ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया था। खेल पंचाट खेल के लिए मध्यस्थता न्यायालय भी कहा जाता है।
इस मामले पर अब पहलवान बजरंग पूनिया का बयान आया है। उन्होंने कहा कि “विनेश आप हारी नहीं हराया गया है। हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेंगी। आप भारत की बेटी के साथ-साथ भारत का अभिमान भी हो।” बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत देश की खेल और सियासी जगत की कई हस्तियों ने विनेश को चैंपियन बताते हुए उनका हौसला बढ़ाया था।
आपको बता दें कि विनेश ने बड़े-बड़े टूर्नामेंट में देश का नाम रोशन किया। ओलंपिक पदक लाने से पहले उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के अलावा एशियाई खेल, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप में तिरंगा लहराया है।