महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने जानकारी दी है कि आज उनसे जुड़े पारिवारिक सदस्यों और संबंधित कंपनियों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। अजीत पवार ने बताया का कि आईटी विभाग की कार्रवाई से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन रिश्तेदारों की कंपनियों और संस्थानों के खिलाफ इस तरह की दबिश से बुरा लगता है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कर चोरी के आरोप में अजीत पवार और उनके संबंधितों के यहां छापेमार कार्रवाई की गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग ने गुरुवार को कथित कर चोरी के आरोप में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और उनकी तीन बहनों से संबंधित परिसरों पर भी छापेमारी की गई है। उनमें से एक कोल्हापुर में रहती हैं और अन्य दो पुणे में। छापेमार कार्रवाई मुंबई, पुणे, सतारा, महाराष्ट्र और गोवा समेत कुछ अन्य शहरों में छापेमार कार्रवाई चल रही है।
पवार ने कहा कि मेरे ऊपर आईटी विभाग ने भले ही दबिश दी लेकिन मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं कि मेरी तीन बहनों के आवास पर दबिश क्यों दी गईं। उन्होंने कहा कि वह उन पर छापे के पीछे का कारण नहीं समझ सके हैं। पवार ने कहा कि अगर वे मेरी बहनें हैं, इसलिए छापे मारे गए तो राज्य के लोगों को सोचना चाहिए कि केंद्रीय एजेंसियों का किस स्तर पर दुरुपयोग किया जा रहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजीत पवार ने मुंबई में मीडिया से कहा कि यह सच है कि आयकर विभाग ने मुझसे संबंधित कुछ फर्मों पर छापा मारा है। यह उनका अधिकार है, लेकिन मुझे नहीं पता कि क्या ये छापे राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किए गए थे या फिर वे अधिक जानकारी चाहते हैं, क्योंकि हम समय पर टैक्स का भुगतान कर रहे हैं।