भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पृथ्वी की निगरानी करने वाले उपग्रह ‘ईओएस-03’ को गुरुवार सुबह श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया। परंतु तकनीकी खराबी की वजह से ये लांचिंग मिशन फेल हो गया।
बता दें कि इसे जीएसएलवी -एफ10 द्वारा जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित किया जाना था। जिसके बाद यह स्वयं ही अपने ऑन-बोर्ड प्रपल्शन प्रणाली का इस्तेमाल करके भूस्थिर कक्षा में पहुंच जाता। हालांकि प्रक्षेपण के बाद सैटेलाइट ने 2 चरण सफलतापूर्वक पूरे किए। लांचिंग के 18 मिनट के बाद क्रायोजेनिक इंजन में कुछ तकनीकी गड़बड़ी की वजह से इंजन से अपडेट मिलना बंद हो गई। इसके कुछ देर बाद इसरो ने मिशन के फेल होने का ऐलान कर दिया।
वहीं इसकी खासियत की बात करें तो ईओएस की खास बात यह है कि यह चिन्हित किए गए किसी बड़े क्षेत्र की वास्तविक समय की छवियां लगातार अंतराल पर भेजता रहता। इतना ही नहीं यह प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ किसी भी तरह की अल्पकालिक घटनाओं की जानकारी पहले ही पहुंचा सकता था।