Uttar Pradesh

सदर विधायिका अदिति सिंह ने पंचायत चुनाव में दिखाई अपनी कूटनीतिक चाल,विपक्षी दल ध्वस्त

सन्दीप मिश्रा

 

रायबरेली:  सदर विधानसभा रायबरेली के विकास खण्ड अमावां व राही के ब्लॉक इस चुनाव में सबसे संवेदनशील माना जा रहा था क्योंकि यह पहला चुनाव है जिसमें पूर्व सदर विधायक स्वर्गीय अखिलेश सिंह की अनुपस्थिति में लड़ा जा रहा था वैसे तो इन दोनों सीटों पर जब तक स्वर्गीय अखिलेश सिंह जीवित थे । तब तक उन्हीं के प्रत्याशी मैदान में विजय सिंह का परचम लहराते रहे हैं । लेकिन इस बार यह जिम्मेदारी उनकी बेटी और सदर विधायक आदित्य सिंह पर जिसे उन्होंने बखूबी निभाया और इस चुनौती को भी पार कर दिया। प्रमुख पदों पर सदर विधायक अदिति सिंह ने क्रमशः अपनी माँ वैशाली सिंह व समर्थित प्रत्याशी धर्मेन्द्र बहादुर “राजू यादव” को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताजपोशी कर अपनी राजनैतिक प्रतिभा व कुशल नेतृत्व को साबित कर एक बार फिर अपना लोहा मनवाया। सदर विधानसभा के दोनों विकास खण्डों में अदिति सिंह से पहले उनके पिता स्व. पूर्व विधायक अखिलेश सिंह के समर्थित प्रत्याशी ही चुनाव जीतते आ रहे थे। उस परम्परा को बनाये रखना अदिति सिंह के लिए चुनौती थी। राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण जहाँ एक ओर अपने ही पराये हो गये थे, जिन्हें पूर्व विधायक अखिलेश सिंह ने सदैव सहयोग एवं संरक्षण दिया वही लोग अब इस चुनाव में उनके राजनैतिक विरोधिओं से हाथ मिलाकर ताल ठोकते नज़र आये। जनपद रायबरेली के हर आम और खास की नज़र अमावां सीट के परिणाम पर थी। सभी मिथकों को गलत साबित कर अदिति सिंह ने पुनः अपनी दोनों सीटों को सुरक्षित रखने में कामयाबी हासिल कर पारिवारिक विरासत को कायम रखा। सदर विधायक अदिति सिंह ने पंचायत चुनाव से पहले, विधायक बनने के एक वर्ष बाद ही नगर पालिका परिषद रायबरेली के अध्यक्ष पद पर अपनी समर्थित प्रत्याशी को विजयश्री दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, ततपश्चात इस पंचायत चुनाव में अपने दो ब्लॉक प्रमुख बनाकर अपने राजनैतिक विरोधियों को सच का आईना दिखा दिया है जो अकसर कहते हैं कि अदिति सिंह अभी अपरिपक्व नेत्री हैं।
सदर विधायक अदिति सिंह ने सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों, कार्यकताओं व शुभचिंतकों को जीत की बधाई देते हुए कहा कि वह सदैव ईमानदारी से व सत्य की राह पर चल कर अपने क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास करती रहेंगी।

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