यूपी चुनाव 2022: उत्तर प्रदेश राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। दिग्गज नेता अपने प्रत्याशियों के लिए घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। आचार संहिता उल्लंघन के भय से प्रत्याशियों की ओर से केवल घर-घर जाकर ही चुनाव प्रचार किया जा रहा है। कम समय में चुनाव प्रचार किस प्रकार से किया जाए, इसे लेकर सभी दलों के प्रत्याशी पूरी ताकत लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के लिए ज्यादा समय नहीं रह गया है।
10 फरवरी को पश्चिम यूपी की सीटों पर चुनाव होने हैं। ऐसे ही सपा-आरएलडी गठबंधन के प्रमुख नेता अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने आज गाजियाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों नेताओं ने यहां लाल पोटली लेकर अन्न संकल्प लिया। अखिलेश यादव ने यहां प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि असली सरप्राइज उत्तर प्रदेश से नहीं बल्कि गुजरात से आएगा।
अखिलेश ने जनता से सपा और आरएलडी प्रत्याशियों के पक्ष में वोट डालने की अपील भी की। वह बोले, किसानों की जीत पर उन्हें बधाई देता हूं। केंद्र सरकार कृषि कानून लागू करने और हटाने तक किसानों को समझ नहीं सकी। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की राह में कील बिछाई, मवाली गुंडा कहा लेकिन अन्नदाता ने परवाह नहीं की। किसानों को परवाह थी केवल काले कानून को हटवाने की।
उनका इशारा इस साल के अंत में गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव की ओर था। अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, हमारी सरकार आई तो साइकिल कारखानों को शुरू करने का काम करेगी। यही नहीं हम खोड़ा में अस्पताल और डिग्री कॉलेज बनवाएंगे। अखिलेश ने आगे कहा, मेट्रो का काम नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने शुरू किया था। पूर्व सीएम ने आगे कहा कि, शहर की सुविधाएं, पर्यावरण, गंदगी को लेकर काम किया जाएगा। सपा सरकार शहर को अच्छा बनाने के लिए काम करेगी। मोदीनगर में विशेष ट्रामा सेंटर, साहिबाबाद में भी इलाज की व्यवस्था सरकार करेगी। अखिलेश ने कहा, कोरोना के समय सेविंग का पैसा निकालकर लोगों ने इलाज कराया।