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महराजगंज जिले के भृष्ट डॉक्टर जिला अस्पताल महराजगंज के ,डॉ प्रमोद कुमार का जाने इतिहास भाग- 4 स्पेशल स्टिंग ऑपरेशन रिपोर्ट

सरकार भानु प्रताप तिवारी
निष्पक्ष पत्रकार / बेबाक़ क़लम

भ्र्ष्टाचार से संलिप्त डॉक्टर प्रमोद कुमार का जाने इतिहास

महराजगंज प्रमोद कुमार का जन्म सरकारी कागज के अनुसार 1 जनवरी1976 को बिहार प्रदेश के मुज्जफरपुर के झिटकहिया गांव में  हुआ था ,इनके पिता का नाम श्री राम नारायण प्रसाद है । शिक्षा में हाइस्कूल की पढ़ाई BSEB पटना से 1991 में इन्होंने पूरा किया पटना के ही BIEC कालेज से 1993 में इन्होंने इंटर की पढ़ाई पूरी की ।कुछ साल मेडिकल की तैयारी करने मे बर्बाद करने के बाद डॉ पप्रमोद कुमार यूक्रेन के Oddessa मेडिकल यूनिवर्सिटी से 2001 में MBBS की डिग्री प्राप्त की उसके बाद पढाई पूरी करने के 10 साल बाद इनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में वर्ष 5 मई 2010 को प्रदेश के  चित्रकूट जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के पद पर हुई उसके बाद ड़ॉ साहब अपने जुगाड़ के बदौलत चित्रकूट जिला अस्पताल ज्वाइन ना करके, महराजगंज जिला अस्पताल चले आये ।महराजगंज जिला अस्पताल में कुछ समय बस ही नौकरी करने के बाद ज्यादा पैसे की लालच में यह जिले के ही एक बड़े निजी अस्पताल में ज्यादा पैसों को देखकर स्वास्थ्य विभाग में LWP (वेतन विहीन अवकाश) लगाकर मोटी रकम के लालच में नौकरी करने लगे ।
वहाँ भी कुछ लाख रुपए महीने में सन्तुष्टि न मिलने के बाद वापस जिला अस्पताल में आकर महराजगंज की गरीब जनता को मोटी रकम की जांच और एक ही कंपनी के कई दवाएं एक ही पर्चे पर लिखने से लक्ष्मी के प्रति इनका लगाव कमीशन के रूप में मिलते हुए देखा जा सकता है ।
( बाहर की दवा के पर्चे साक्ष्य के तौर पर मौजूद)
कुछ साल इस तरह की चीजें करने के बाद एरा न्यूज़ इंडिया के स्टिंग ऑपरेशन में उनकी कमी पाई गई तो उसको दबाने के लिए डॉ प्रमोद कुमार ने गोलबंदी करनी शुरू की पूरे जिला अस्पताल में चर्चा का विषय बना रहता है कि मरीज देखते वक्त भी डॉ प्रमोद कुमार के साथ 2-4 लोग  बेवजह मौजूद रहते हैं। कुछ दिनों पहले किसी दूसरे चैनल के पत्रकार के सवाल पूछने पर उन्ही लोगों ने उस पत्रकार के साथ भी अभद्रता कर उसे कमरे से बाहर निकाल दिया था ।एरा न्यूज इंडिया की खबर का असर उन्हें फर्जी फिजिसियन के पद से हटाकर मेडिकल ऑफिसर के पद पर वापस भेज दिया गया।इतना पर डॉ प्रमोद कुमार जिला अस्पताल के अधिक्षक के ऊपर उत्पीड़न का शिकायत भी किये जबकि जबर्दस्ती सामान्य ड़ॉ होते हुए भी महराजगंज की भोली भाली जनता को वह अपने आप को फिजिसियन साबित करने में लगे रहे, साथ ही जिन पत्रकारो ने उनकी इस धांधली की आवाज उठाई फिर उन्हें पहले लालच दिया और इनके झांसे मे न आने के बाद नेताओं और गोलबंद लोगो से धमकी भी दिलवाने लगे ( साक्ष्य मौजूद)भाग 5 में हम बताएंगे कि डॉ प्रमोद कुमार से जुड़ी रोचक तथ्यों को  अभी और भी बहुत कुछ है जानने को जिन्हें महराजगंज की भोली भाली जनता जानती ही नहीं…?

देखते रहिये निष्पक्ष और बेबाक पत्रकारिता  ERRA NEWS INDIA EXCLUSIVE सिर्फ सरकार भानु प्रताप तिवारी के साथ

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उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही मिशन शक्ति जैसे अभियान को दिखा रहा ठेंगा!दो बीवियों के बीच फसा उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही,एक बीवी घर तो दूसरी को ले तैनाती क्षेत्र में रह रहा था! घर वालों को पता चलने पर दूसरी को छोड़ा तो दूसरी बीवी ने किया मुकदमा!उत्तर प्रदेश में कानून का रखवाला ही कानून की धज्जियां उड़ा रहा,शादीशुदा होने के बावजूद कई सालों से दूसरी महिला को पत्नी बनाकर साथ में रह रहा था! बताते चलें कि देवरिया जिले का सिपाही ना०पु०062620433 रवि प्रताप जो पहले से शादीशुदा था महाराजगंज में तैनाती के दौरान महाराजगंज की एक महिला को भी अपनी पत्नी बनाकर साथ में रखा हुआ था! कई सालों तक साथ में रहने के बाद जब घर वालों को पता चला तो वह दूसरी बीवी को छोड़कर भागने के फिराक में लग गया! लेकिन दूसरी बीवी उसे भागता देख जिले के ही पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंची और सिपाही रवि प्रताप के खिलाफ 376,और 493/506, समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है! अब सवाल यह उठ रहा है कि ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सिपाही रवि प्रताप निश्चिंत होकर अपनी ड्यूटी गोंडा जिले के जीआरपी में कर रहा है और कानून के बीच के बीच फसाकर दूसरी बीवी को प्रताड़ित कर रहा है!आपको बताते चलें कि महाराजगंज जिले में यह मामला काफी चर्चा में रहा है लेकिन विभागीय होने के नाते पुलिस विभाग के द्वारा भी आज तक ना तो सिपाही रवि प्रताप को गिरफ्तार किया गया ना ही उसकी दूसरी पत्नी के लिए न्याय संगत कोई कदम उठाया गया! कागजी कार्यवाही में कोटा पूर्ति करके सिर्फ महिला को थाने कचहरी और कोर्ट तक भगाया गया अब प्रश्न यह उठता है कि जब एक व्यक्ति कई सालों तक उक्त महिला के साथ रह रहा था तो ऐसे में उस महिला के ऊपर पड़ने वाले खर्च का भार कौन उठाएगा और किस के भरोशे न्याय के नियत दर-दर भटकेगी! बात करने पर सिपाही रवि प्रताप की दूसरी पत्नी ने बताया कि सिपाही रवि प्रताप के रिश्तेदारों के द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी मिल रही है और तरह-तरह के कूट रचित योजनाओं सेवा किसी भी तरीके से मामले को सुलह के रास्ते पर ले जाना चाहता है! उक्त प्रकरण में जो कि मामला गिरफ्तारी का है कि बावजूद कानून व्यवस्था को ही इस्तेमाल कर उक्त सिपाही इस मामले से निकल अपनी रोटी सेक दूसरी महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है! जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उनके जीवन को मजबूत रखने के लिए तरह-तरह के कानून बना रहे हैं वहीं ऐसे भ्रष्ट और अयाश कानून के रखवाले सारे कानून को तोड़ सरकार की मंशा पर पानी फिरने का काम कर रहे हैं!(साक्ष्य मौजूद)

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