किसान महापंचायत: 22 अगस्त को दिल्ली के जंतर-मंतर पर संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक ने किसान महापंचायत का ऐलान किया है, संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत के लिए अलग-अलग राज्यों से किसानों का जत्था दिल्ली रवाना हो गया है l एक तरफ किसान संगठन महापंचायत के आयोजन को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है तो दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने इसके लिए इजाजत नहीं दी है l
हालांकि इससे हरियाणा के भाकियू चढूनी गुट और पंजाब की 31 संगठनों ने दूरी बना ली है। वहीं, किसानों का दिल्ली प्रवेश रोकने के लिए टीकरी बॉर्डर पर पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। यहां लोहे और सीमेंट के बैरिकेड्स लगाए गए हैं। चार थानों की पुलिस यहां से गुजरने वाले वाहनों पर नजर रख रही है।
दिल्ली में होने वाली महापंचायत में लखीमपुर खीरी के पीड़ित किसानों को इंसाफ, बिजली बिल 2022 रद्द करने, गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, चीनी मिल से गन्ने का बकाया भुगतान करने सहित अन्य मांगों पर विचार किया जाएगा। इसके बाद किसान राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने जाएंगे।
किसान नेताओं का कहना है कि करीब एक साल तक कुंडली बॉर्डर पर चले किसान आंदोलन को समाप्त करते हुए सरकार ने जल्द ही उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया। भारतीय कियान यूनियन (चढूनी) के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बताया कि यूनियन के बैनर तले किसान 25 व 26 अगस्त को करनाल स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देंगे पर आज की महापंचायत में भाग लेने दिल्ली के जंतर-मंतर नहीं जाएंगे।
दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर महापंचायत के लिए इजाजत नहीं दी है, नई दिल्ली की डीसीपी ने कहा कि महापंचायत के लिए अनुमति मांगी गई थी लेकिन भीड़ अधिक होने की वजह से हमने आयोजन की इजाजत नहीं दी है l उन्होंने ये भी कहा कि नई दिल्ली के सभी इलाकों में धारा 144 लागू है l