किसान महापंचायत: एक बार फिर दिल्ली के जंतर-मंतर पर संयुक्त किसान मोर्चा अराजनैतिक ने किसान महापंचायत की, संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत के लिए अलग-अलग राज्यों से किसानों का जत्था दिल्ली पहुँचा l इस महापंचायत में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान समेत दक्षिण भारत के राज्यों के किसान बड़ी संख्या में जुटे। जबकि दूसरी तरफ किसान संगठन के आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
इसके अलावा दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर बैरीकेडिंग कर दी गई है। इसी दौरान पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन असली अराजनैतिक के अध्यक्ष समेत चौधरी हरपाल सिंह बिलारी समेत सैकड़ों किसानों को पुलिस ने दिल्ली जाते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर ही दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इधर, केंद्र का कहना है कि किसानों के हितों से जुड़े मुद्दों पर सरकार कभी भी पीछे नहीं हटेगी।
इन मांगों को लेकर किसान फिर कर रहे आंदोलन
दरअसल, संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान संगठनों का कहना है कि वादा करने के बाद भी किसानों की मांगें अभी तक नहीं मानी गई हैं। किसान संगठनों की मांग है कि एमएसपी गारंटी कानून बने। लखीमपुर खीरी कांड के पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ मिले। लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी को गिरफ्तार किया जाए।
इसके अलावा सरकार और किसानों के बीच सहमति बनी थी कि आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब सरकार और रेलवे की तरफ से दर्ज किए सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे। किसान संगठनों की तरफ से दावा किया गया कि आंदोलन में 700 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की मौतें हुई हैं। यूपी, हरियाणा और पंजाब सरकार पीड़ित किसानों के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देगी। लेकिन इस मामले में भी अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है।
जंतर-मंतर पर किसानों की महापंचायत का असर दिल्ली की यातायात व्यवस्था पर पड़ा। दिल्ली के कई इलाकों में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई और कई किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर से लेकर दिल्ली के कई इलाकों में लगाए गए बेरिकेड की वजह से लोगों को लंबे जाम का सामना करना पड़ा।