पंजाब विधानसभा चुनाव: पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू अपने 13 सूत्रीय पंजाब मॉडल को सूबे के भविष्य की तस्वीर के रूप में पेश कर रहे है, उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि उनका पंजाब मॉडल या तो कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र का हिस्सा होगा या फिर घोषणापत्र नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब मॉडल है तो नवजोत सिद्धू है। इसके साथ ही उन्होंने पंजाब चुनाव में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए जाने की मांग को फिर से बुलंद करते हुए कहा कि पंजाब की जनता दुविधा में है और अगर यह दुविधा दूर हो गई तो पार्टी इस चुनाव में 70 सीटें जीतकर फिर से सरकार बनाएगी।
चंडीगढ़ में सिद्धू ने जहां पंजाब मॉडल के एजेंडे को फिर से विस्तारपूर्वक रखा, वहीं राज्य में पार्टी और सरकार से जुड़े मुद्दे भी इशारों-इशारों में उठाए। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता के सामने आज यह सवाल है कि प्रदेश को दलदल से बाहर कौन और कैसे निकालेगा। इसके लिए रोडमैप होना चाहिए और अगर इस रोडमैप को घोषणापत्र के रूप में पेश किया गया तो कांग्रेस की जीत पक्की है। जनता उसी पर भरोसा करेगी जो रोडमैप पेश करेगा कि खजाना कैसे भरेगा, विदेश का रुख कर रहे युवाओं को पंजाब में रोजगार कैसे मिल सकेगा, युवाओं को उद्यमी कैसे बनाया जा सकता है और कृषि क्षेत्र को फिर से कैसे प्रफुल्लित कर किसानों का जीवन सुधारा जा सकता है। लोगों की यह दुविधा दूर करनी ही होगी।
अपने पंजाब मॉडल को घोषणापत्र में शामिल करने के सवाल पर सिद्धू ने कहा कि अब तो चुनाव ही 25 दिन दूर रह गए हैं और घोषणापत्र भी 5-7 दिन दूर है। सब कुछ सामने आ जाएगा। अगर यह घोषणापत्र है तो नवजोत सिद्धू की राजनीति है और अगर यह घोषणापत्र न हुआ तो फिर क्या कहूं। हालांकि सिद्धू ने यह भी कहा कि उनकी घोषणापत्र कमेटी के चेयरमैन प्रताप सिंह बाजवा के साथ एक घंटे तक बैठक हुई है इसलिए जल्द ही घोषणापत्र के जरिये सब कुछ सामने आ जाएगा।