सन्दीप मिश्रा
रायबरेली
रायबरेली: रायबरेलीआबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश पर जिला अधिकारी रायबरेली वैभव श्रीवास्तव एवं पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी राजेश्वर के कुशल निर्देशन आबकारी निरीक्षक सदर अजय कुमार आबकारी निरीक्षक क्षेत्र 4 देविका शुक्ला आबकारी निरीक्षक ऊंचाहार राजेश कुमार गौतम एवं जनपदीय आबकारी स्टाफ टीम के साथ अवैध शराब के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत ग्राम गंभीरपुर ग्राम सराय मुबारक बस गवा में दबिश एवं चेकिंग की गई कार्यवाही कर मौके पर 600 किलो ग्राम महुआ लहान नष्ट किया गया तथा 54 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद करते हुए आबकारी अधिनियम के अंतर्गत पांच मुकदमे दर्ज किए गए एवं रोड चेकिंग की गई चेकिंग के दौरान कई वाहनों को चेक किया गया लेकिन चेकिंग में कोई अवैध शराब आदि बरामद नहीं हुई ।
उन्होंने बताया कि अवैध शराब के विरुद्ध अभियान निरंतर जारी रहेगा इसके साथ साथ लोगों को इकट्ठा कर अवैध शराब के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान चलाया गया ।जनता से अपील की गई कि वह अवैध शराब के बारे में सूचना और जानकारी दें उनका नाम पता गोपनीय रखा जाएगा। आबकारी विभाग एक तरफ लोगों को जागरूक करने की बात कहकर उन्हें विश्वास में लेने की बात कहती है तो दूसरी तरफ आम जनता पुलिस को यह बताने को तैयार नहीं है कि किन-किन क्षेत्रों में शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। क्योंकि लोगों का कहना है कि पुलिस और आबकारी विभाग को पूरी तरह से जानकारी है कि किन किन क्षेत्रों में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है ।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तमाम संसाधनों से युक्त पुलिस और आबकारी विभाग यह नहीं पता कर पा रही है कि किस क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबारी कौन-कौन हैं । तो आम जनता क्यों अपनी जान जोखिम में डालें। क्योंकि तमाम शिकायतें करने के बाद भी अवैध शराब का कारोबार बंद होने का नाम नहीं ले रहा है । अभी दो रोज पूर्व लालगंज क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में महिलाओं ने अवैध शराब कारोबारियों के विरुद्ध मोर्चा खोला था। लेकिन आज भी वहां पर अवैध शराब का कारोबार सुचारू रूप से चल रहा है। दूसरी ओर गुरुबक्शगंज थाना क्षेत्र तो शायद अवैध शराब के कारोबार के लिए सबसे मुफीद जगह बन गया है। क्योंकि यहां पर ना तो आबकारी विभाग और ना ही पुलिस विभाग अपनी कार्यवाही कर पा रही है। जबकि विभाग को इस बात की पूर्ण रूप से जानकारी है कि किन किन क्षेत्रों में अवैध शराब का कार्य चल रहा है।
वही कारोबारी तो यहां तक कहते हैं कि पुलिस और आबकारी विभाग की मदद यह पूरा कारोबार फलता फूलता है । इसको सही भी माना जा सकता है क्योंकि कहते हैं कि यदि पुलिस ईमानदारी से काम करे तो कोई भी व्यक्ति मंदिर से एक चप्पल तक नहीं चुरा सकता है। वही ऐसा कैसे संभव हो सकता है कि क्षेत्र में अवैध शराब बन रही हो और आबकारी विभाग और पुलिस विभाग को उसकी जानकारी ही ना हो। वह भी तब जब जनता खुद प्रदर्शन कर अवैध शराब के कारोबार का काला चिट्ठा खोल कर रख देती है।
