माना जाता है कि करवा चौथ का व्रत टूटने से पाप लगता है और जिस भी मनोकामना से व्रत रखा गया है वह पूर्ण नहीं होती है। इससे देवी और देवता नाराज हो जाते हैं। परंतु यदि आपसे गगलती से यह व्रत टूट गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है। व्रत टूटने पर आप इस तरह से इस पाप से बच सकते हैं।
सबसे पहले तो आप भगवान और चौथ माता से इसके लिए क्षमा मांगे। अब देवी की मूर्ति बनाकर उनको पहे पंचामृत से स्नान कराएं और फिर उनकी षोडशोपचार पूजा करें। षोडशोपचार पूजा अर्थात 16 क्रियाओं से पूजा करें। पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, आभूषण, गंध, पुष्प, धूप, दीप, नेवैद्य, आचमन, ताम्बुल, स्तवपाठ, तर्पण और नमस्कार। पूजन के अंत में सांगता सिद्धि के लिए दक्षिणा भी चढ़ाना चाहिए।
