जॉनसन का भारत दौरा : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए हुए हैं, वह गुजरात दौरे के बाद गुरुवार रात नई दिल्ली पहुंचे। नई दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उनकी अगवानी की। आज बोरिस जॉनसन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अहम बैठक होगी। ब्रिटेन को भारत का बड़ा व्यापारिक साझेदार बनाने के लक्ष्य के साथ आए जॉनसन रक्षा, ऊर्जा और समुद्री सुरक्षा मामले में अपनी ओर से कई प्रस्ताव देंगे।
जबकि भारत भगोड़े विजय माल्या, नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की राह आसान करने पर जोर देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच शुक्रवार को होने वाली बैठक में भारत आर्थिक भगोड़ों विजय माल्या एवं नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठा सकता है। भारतीय बैंकों के साथ हजारों करोड़ का घोटाला करने वाले दोनों ब्रिटेन में मौजूद हैं। भारत उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर चुका है, लेकिन वे कानूनी दांवपेंचों का सहारा लेकर अभी तक बचते आ रहे हैं।
समुद्री सुरक्षा खासतौर पर हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन का बढ़ता दखल बातचीत के मुख्य एजेंडे में शामिल है। इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए ब्रिटेन भारत द्वारा स्थापित इंडोपैसिफिक ओसियन इनिसिएटिव (आईपीओआई) अभियान का हिस्सा बनेगा।
जॉनसन की योजना भारत के साथ व्यापार को साल 2035 तक 36.5 अरब डॉलर तक बढ़ाने की है। इस क्रम में ब्रिटेन व्यापारिक साझीदारी के मामले में पुराना रुतबा हासिल करना चाहता है। इसलिए बातचीत के दौरान ब्रिटिश पीएम मुक्त व्यापार की राह पर आगे बढ़ने, रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा निवेश करने का प्रस्ताव रखेंगे। मुक्त व्यापार की राह पर आगे बढ़ने पर भी बात होगी l
