लखनऊ: उत्तर प्रदेश मे चिकित्सा क्षेत्र में रोज नए प्रयोग, आविष्कार हो रहे हैं। प्रदेशवासियों की आवश्यकतानुसार चिकित्सा क्षेत्र में शासन स्तार पर ढेर सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। केंद्र सरकार की योजनाओं की मदद से यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है। शासन के साथ साथ अब प्राइवेट अस्पाताल भी अपनी भागीदारी देने के लिए आगे आ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी में ग्लोब हेल्थ केयर अस्पताल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा में व्यवसाय नहीं बल्कि चैरिटी का भाव होना चाहिए।
ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना से जुड़कर मरीजों की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए सरकार ने चिकित्सा क्षेत्र में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। ऐसे में शासन के साथ-साथ अब प्राइवेट अस्पताल भी अपनी भागीदारी देने के लिए आगे आ रहे हैं। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को काफी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि टाटा कैंसर अस्पताल में इलाज कराने वाले लोगों में सबसे ज्यादा उत्तर भारत के हैं। लखनऊ में एसजीपीजीआई के बाद कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण कराया गया। अब निजी क्षेत्र में भी सुविधाएं बढ़ रही हैं। 1947 से 2017 तक उत्तर प्रदेश में 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन 2017 के बाद महज पांच सालों में 59 मेडिकल कॉलेज बने।