ऑपरेशन देवी शक्ति: अफगानिस्तान में आर्थिक संकट के चलते न तो रोजगार है और न ही कोई काम, ऊपर से तालिबान का खौफ अलग से है। ऐसे में देश छोड़कर जाने वालों की संख्या काफी बढ़ी है। भीषण आर्थिक और सामाजिक संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान में इस समय हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। अमेरिका की ओर से सैन्य वापसी के एलान और तालिबान की वापसी ने स्थितियों को और जटिल किया है। विदेशी तो विदेशी अफगान नागरिक भी यहां से निकलना चाहते हैं।
कई भारतीय नागरिक भी अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं। सरकार इन्हें निकालने के लिए ऑपरेशन देवी शक्ति के नाम से अभियान चला रही है। तीन दिसंबर को केंद्र ने संसद में बताया था कि इस ऑपरेशन के तहत 438 भारतीयों समेत कुल 565 लोगों को वहां से निकाला जा चुका है।
आज भी अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वहां से निकालने के लिए सशस्त्र बलों की ओर से चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के तहत 110 सिखों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंच गया है। यह प्रतिनिधिमंडल अपने साथ सिख धर्म की पवित्र पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब भी लेकर आया है।
इन लोगों को विशेष विमान के जरिए काबुल से यहां लाया गया है। यह समूह अपने साथ गुरु ग्रंथ साहिब के साथ काबुल में स्थित प्राचीन आसामाई मंदिर से रामायण, महाभारत और गीता समेत अन्य हिंदू ग्रंथ भी अपने साथ लाया है। इस मंदिर को पांचवीं शताब्दी का माना जाता है।
