नेतृत्व: भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर पिछले करीब दो साल से तनाव जारी है। अक्तूबर में कोर कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता का 13वां दौर भारतीय सेना के साथ गतिरोध में समाप्त हुआ था। दोनों ही देश अब तक टकराव को खत्म करने के लिए 13 दौर की बातचीत कर चुके हैं, लेकिन इसमें कोई ज्यादा सफलता नहीं मिली है। इस बीच दोनों देशों की सेनाओं ने 14वें दौर की बातचीत के लिए 12 जनवरी की तारीख तय कर ली है।
इस बार दोनों ही तरफ से नए कमांडर बैठक का नेतृत्व करेंगे। जहां चीन की तरफ से इस बैठक में दक्षिण शिनजियांग जिले के सेना प्रमुख जनरल यांग लिन शामिल होंगे, वहीं भारत की तरफ से बातचीत में 14 कोर कमांडर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता चीन के सामने पीछे हटने की शर्तें रखेंगे।
लेफ्टिनेंट सेनगुप्ता जिस कोर का नेतृत्व करेंगे वह चीन और पाकिस्तान दोनों की ही सीमा पर निगरानी के लिए जिम्मेदार है। ऐसे में पद संभालने के बाद सेनगुप्ता के पास क्षेत्र की स्थिति और बारीकियां समझने के लिए एक हफ्ते से भी कम का समय है। जहां 5 जनवरी को उन्हें कोर की जिम्मेदारी मिली थी, वहीं 12 जनवरी को वे चीन के साथ बातचीत में देश का नेतृत्व करेंगे।
