लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष्मान कार्ड वितरण समारोह को संबोधित करते हुये कहा- कि हर विभाग को मिलकर काम करना होगा तभी परिणाम मिलेगा। कोरोना काल में यह साबित हो गया है। अब सबकी सेहत की सुरक्षा का संकल्प लेना होगा। इस अवसर पर उन्होंने कई लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड भी वितरित किए।
उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा जोर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने पर है। कोविड के दौरान हमारे सामने चुनौती थी लेकिन सभी के समन्वय से सफलता मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह संभव हुआ।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में सिर्फ कोविड के लिए 1.80 लाख बेड तैयार हैं। जब पहला मरीज मिला तो जांच की सुविधा नहीं थी। पहली लैब 23 मार्च को केजीएमयू में बनाई गई। तब सिर्फ 72 सैंपल की जांच हुई। यूपी में अब चार लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता हो गई है।
उन्होंने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्रधानमंत्री का जोर है। मोदी ने एम्स 6 से बढ़कर 22 कर दिए। मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है। 1947 से 2016 तक सिर्फ 15 मेडिकल कॉलेज थे। अब 49 मेडिकल कॉलेज तैयार हो रहे हैं। 16 पीपीपी मॉडल पर बन रहे हैं। पांच साल पूरा होने पर हर जिले में एक मेडिकल कालेज होगा।
